बारां।सफाईकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया सम्पन्न करने की मांग को लेकर मंगलवार को वाल्मीकि समाज संघर्ष समिति के बैनर तले दर्जनों लोग पुन: नगरपरिषद के समक्ष आ जमे तथा घंटों तक वहीं डटे रहे। मौके पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी भी पहंुचे, वार्ता के बाद शाम को ये लोग यहां से हटे।
दोपहर को कोटा रोड स्थित विवेकानन्द पार्क में बैठक के बाद संघर्ष समिति के बैनर तले उक्त सभी लोग जुलूस के रूप में नारेबाजी करते परिषद कार्यालय के समक्ष पहंुचे। यहां मुख्य द्वार बंद कर प्रदर्शन किया गया। सूचना मिलते ही एसडीएम रामावतार कुमावत समेत पुलिस उपाधीक्षक, तहसीलदार आदि भी पहंुच गए। समझाइश की गई लेकिन ठोस कार्यवाही की मांग को लेकर सभी लोग अड़े रहे।
इस दौरान सभापति कैलाश पारस भी पहंुच गए। समिति के सत्यनारायण भूमल्या ने बताया कि अधिकारियों की मौजूदगी में हुई वार्ता में बताया गया कि नरेन्द्र शर्मा को बारां नगरपरिषद आयुक्त का चार्ज दिया गया है। बुधवार को उनके यहां पहंुचने पर लॉटरी निकालने का भरोसा दिया गया।
यह है मामला
नगर परिषद में सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया विधानसभा चुनाव से पूर्व पूरी की जानी थी, लेकिन प्रक्रिया में देरी से आचार संहिता लग गई। इससे यह प्रक्रिया थम गई। बाद में आचार संहिता हटी तो परिषद आयुक्त का पद रिक्त हो गया। करीब दो माह पूर्व नए आयुक्त की नियुक्ति की गई, लेकिन उन्होंने प्रशिक्षण नहीं लेने की बात करते हुए कोई काम नहीं किए। गत दिनों वाल्मीकि समाज संघर्ष समिति की ओर से आंदोलन शुरू किया तब परिषद प्रशासन ने 28 फरवरी को पात्र अभ्यर्थियों की सूची जारी कर 4 मार्च को लॉटरी निकालने पर सहमति बनी थी। मंगलवार को लॉटरी नहीं निकालने से समिति पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया।
फिर ठप करेंगे सफाई
इस मौके पर मानसिंह महाराजा, राजेन्द्र भूमल्या, हरिप्रसाद पंवार, नारायण डांगोरिया, अशोक नरवाला, किशन गोपाल, मंगतराम, रामविलास खरारा, जगदीश नरवाला समेत समाज के कई लोग मौजूद थे। समिति सदस्यों ने चेतावनी दी कि बुधवार को लॉटरी नहीं निकाली गई तो गुरूवार से शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।
दोपहर को कोटा रोड स्थित विवेकानन्द पार्क में बैठक के बाद संघर्ष समिति के बैनर तले उक्त सभी लोग जुलूस के रूप में नारेबाजी करते परिषद कार्यालय के समक्ष पहंुचे। यहां मुख्य द्वार बंद कर प्रदर्शन किया गया। सूचना मिलते ही एसडीएम रामावतार कुमावत समेत पुलिस उपाधीक्षक, तहसीलदार आदि भी पहंुच गए। समझाइश की गई लेकिन ठोस कार्यवाही की मांग को लेकर सभी लोग अड़े रहे।
इस दौरान सभापति कैलाश पारस भी पहंुच गए। समिति के सत्यनारायण भूमल्या ने बताया कि अधिकारियों की मौजूदगी में हुई वार्ता में बताया गया कि नरेन्द्र शर्मा को बारां नगरपरिषद आयुक्त का चार्ज दिया गया है। बुधवार को उनके यहां पहंुचने पर लॉटरी निकालने का भरोसा दिया गया।
यह है मामला
नगर परिषद में सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया विधानसभा चुनाव से पूर्व पूरी की जानी थी, लेकिन प्रक्रिया में देरी से आचार संहिता लग गई। इससे यह प्रक्रिया थम गई। बाद में आचार संहिता हटी तो परिषद आयुक्त का पद रिक्त हो गया। करीब दो माह पूर्व नए आयुक्त की नियुक्ति की गई, लेकिन उन्होंने प्रशिक्षण नहीं लेने की बात करते हुए कोई काम नहीं किए। गत दिनों वाल्मीकि समाज संघर्ष समिति की ओर से आंदोलन शुरू किया तब परिषद प्रशासन ने 28 फरवरी को पात्र अभ्यर्थियों की सूची जारी कर 4 मार्च को लॉटरी निकालने पर सहमति बनी थी। मंगलवार को लॉटरी नहीं निकालने से समिति पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया।
फिर ठप करेंगे सफाई
इस मौके पर मानसिंह महाराजा, राजेन्द्र भूमल्या, हरिप्रसाद पंवार, नारायण डांगोरिया, अशोक नरवाला, किशन गोपाल, मंगतराम, रामविलास खरारा, जगदीश नरवाला समेत समाज के कई लोग मौजूद थे। समिति सदस्यों ने चेतावनी दी कि बुधवार को लॉटरी नहीं निकाली गई तो गुरूवार से शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।
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