Thursday, 25 September 2014
Sunday, 21 September 2014
वार्ड 20 में तीन दिवसीय भामाशाह नामांकन शिविर आज से
(राकेश औदिच्य)
कोटा, 21 सितम्बर 2014। राज्य सरकार की भामाशाह योजना के अन्तर्गत वार्ड वार आयोजित किये जा रहे नामांकन शिविरों की श्रृंखला में सोमवार से वार्ड 20 में तीन दिवसीय शिविरों का आयोजन प्रारम्भ होगा। शिविर प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक संचालित होंगे।
नगर निगम के परियोजना अधिकारी श्री सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि 22 से 24 सितम्बर तक वार्ड नं. 20 के नागरिकों के लिए प्रथम शिविर दादाबाड़ी में घोडा वाला मोड पर स्थित राज. उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित होगा जिसमें प्रताप नगर, शास्त्री नगर, वार्ड नं 20 का वक्फ नगर, पी.एच.डी. कॉलोनी, तथा पी.एन.टी कॉलोनी के नागरिक गण तथा दूसरा शिविर राज. बालिका उ.मा.वि. (नान्ता गर्ल्स स्कूल) दादबाडी में आयोजित होगा जिसमें दादाबाडी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर नं. 1 व 2, विस्तार योजना दादाबाडी व शेष बचे हुए भाग के नागरिक गण अपना भामाशाह कार्ड बनाये जाने हेतु पंजीयन करा सकेंगे।
डोल मेले का समापन समारोह आयोजित
धारीवाल पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार |
बारां 21 सितम्बर। डोल मेला रंगमंच प्रांगण में हाड़ौती की अन्नपूर्णा नगरी का ऐतिहासिक 17 दिवसीय डोल मेले का समापन समारोह आयोजित किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि शांति कुमार धारीवाल पूर्व गृह एवं स्वायत्त शासन मंत्री थे तथा अध्यक्षता जिले के लाडले व पूर्व सार्वजनिक निर्माण मंत्री प्रमोद जैन भाया ने की। नगर परिषद के सभापति कैलाश पारस, उप सभापति अब्दुल गनी, मेलाध्यक्ष राहुल शर्मा, नगर परिषद के आयुक्त नरेन्द्र शर्मा ने मुख्य अतिथियों का साफा बांधकर व स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत तथा अभिनंदन किया। इसके पश्चात मंच पर विराजित नगर न्यास अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, बूंदी के जिला प्रमुख राकेश भोयल, कोटा दक्षिण से प्रत्याक्षी रहे शिवकांत नंदवाना, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र काबरा, मुकेश मीणा, सेठ उस्मान भाई, रामकल्याण, नरेन्द्र नंदवाना, सुनील गालव, वहीद भाई, श्यामकिशोर शर्मा, हंसराज मीणा उदपुरिया, भरत मारन पूर्व जिला प्रमुख सहित सभी अतिथियों का नगर परिषद के पार्षद गौरव शर्मा, नरेश गोयल, तंवरसिंह चौहान, पुरूषोत्तम नागर, किशन टेलर, प्रेम गर्ग, जगदीश पांचाल, जमील अहमद, शिवशंकर, सुरेश कुमार, गिरधारीलाल, प्रदीप बैरवा, महिला पार्षद श्रीमती आभारानी, रजनी ओझा, मेना गौड, आमना बेगम, शहनाज, हेमलता, ममता विजय, रेखा वर्मा, बिन्दिया पाराशर, लीला सोनी, प्रमिला नामा, उर्वशी मेघवाल आदि ने अतिथियों का माला पहनाकर व पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
मुख्य अतिथि पूर्व गृह मंत्री शांति धारीवाल ने नगर परिषद सभापति कैलाश पारस, उप सभापति अब्दुल गनी भाई, मेलाध्यक्ष राहुल शर्मा व पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया का नाम लेकर उन्हें बधाई दी। उन्होनें कहा कि इन लोगों के अथक प्रयासों से बारां डोल मेला अच्छे एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। मेले में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नही हुई। पूर्व मंत्री धारीवाल ने आगे कहा कि मेला हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, इसे सहेजना हमारा कर्त्तव्य है। उन्होनें कहा कि आज की युवा पीढ़ी टेलीविजन की ओर अधिक आकर्षित है, मेलों से इनका मोह भंग होता जा रहा है इससे मेलों का दिनों दिन स्वरूप घटता जा रहा है। वह मेला चाहे बारां, कोटा, जयपुर अथवा पुष्कर कहीं का भी हो। धारीवाल ने मेले में आए झूला चकरी, कपडा, खिलोना, चाट पकोडी आदि के दुकानदारों को भी पुरस्कृत किया।
मेले की अध्यक्षता कर रहे प्रमोद जैन भाया ने कहा कि डोल मेले के महत्व को देखते हुए इसके विस्तार व आधुनिकीकरण के लिए सभी दलों, समाजसेवियों को एक मंच पर विचार-विमर्श कर प्रयास करने चाहिए। यह हम सभी का नैतिक दायित्व है।
डोल मेला समापन समारोह में बूंदी जिला प्रमुख नगर पालिका के चेयरमेन राकेश भोयल ने भी संबोधित किया। पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि मेलों का आयोजन आपसी मेल-मिलाप का अच्छा साधन है। नगर परिषद के सभापति कैलाश पारस ने भी अपने संबोधन में जिला व पुलिस प्रशासन तथा नागरिकों को धन्यवाद दिया।
समापन समारोह से पूर्व राजस्थान सरकार में गृह एवं स्वायत्त शासन मंत्री रहे शांति कुमार धारीवाल का आज बारां आगमन पर जोरदार स्वागत किया गया। धारीवाल आज बारां डोल मेला के समापन समारोह में भाग लेने बारां आए। धारीवाल ने जैसे ही बारां जिले की सीमा के पलायथा में प्रवेश किया तो कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर, फूल मालाओं से उन्हें लाद किया। तत्पश्चात उन्हें जुलूस के रूप में बारां शहर लाया गया। जहां धारीवाल का अन्ता शहर, बमूलिया, बटावदी, बटावदा, गजनपुरा, रेल्वे ओवरब्रिज, पब्लिक पार्क, चार मूर्ति चौराहा, नगर परिषद भवन, प्रताप चौक, संस्था धर्मादा चौराहा, अंजुमन चौराहा आदि स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य गरिमामय स्वागत किया गया। धारीवाल के स्वागत के लिए जगह-जगह दर्जनों तोरण द्वार लगाए गए। जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर साफाबंदी व फूलमालाओं से उन्हें लाद दिया।
केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाऐ हुई फेल
(फिरोज खान)
किशनगंज 21 sep 2014
सहरिया जनजाति विकास के लिए केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से हर साल करोड़ो रूपए का बजट दिया जा रहा है, लेकिन धरातल पर इन योजनाओं की क्रियान्विति में लेटलतीफी से इसका लाभ नही मिल पा रहा है।
रामगढ़ के बालिका आवासीय स्कूल में इस सत्र में प्रवेष प्रक्रिया पूरी कर ली गई, लेकिन ढाई महीने बाद भी स्कूल में ताला लगा होने से प्रवेष लेने वाली छात्राओं को भविष्य की चिंता सताने लगी है। उधर, जिम्मेदार अधिकारी समस्या को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से सहरिया जनजाति को षिक्षा से जोडने के लिए आवासीय स्कूल व छात्रावास संचालित किए जा रहे है। सहरिया परियोजना शाहाबाद की ओर से रामगढ़ में बालिका आवासीय स्कूल के लिए भवन निर्माण करवाया जा रहा है। इसमें कक्षा 6 से 10 तक की 50 छात्राओं को प्रवेष देना है। चालू शैक्षणिक सत्र में छात्राओं को प्रवेष दे दिया गया है। ढाई माह से अधिक का समय गुजरने के बाद भी आवासीय स्कूल भवन पर ताला लगा है। छात्रा संगीता सहरिया, मनीषा, शारदा, मीनाक्षी, किरण, ज्योति, राजकुमारी, सरस्वती ने बताया कि रामगढ़ कन्या छात्रावास में जुलाई में प्रवेष लिया था। छात्रावास में भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था नही है। इस कारण घर पर ही रहना पड रहा है। डेढ़ महीने से पढ़ाई से वंचित है। अधिकारियों को भी समस्या बताई। सुनवाई नहीं हो रही है। छात्राओं का कहना है कि जब तक आवासीय स्कूल में रहने, भोजन की सुविधा नहीं होगी, तब तक वहां रहना मुष्किल है। छात्राओं व अभिभावकों ने आवासीय स्कूल को शुरू करने की मांग की है।
भवन अधूरा, षिक्षक भी नहीं
इस आवासीय स्कूल में षिक्षकों की व्यवस्था भी नहीं की गई है। भवन का निर्माण भी अधूरा पड़ा हुआ है। राज्य सरकार की ओर से छात्राओं के एडमिषन ले लिए गए, लेकिन भवन पर ताला लगा हुआ है।
रामगढ़ बालिका आवासीय स्कूल में बिजली व सुविधाघरों का कार्य अधूरा है। पीडब्ल्यूडी को कार्य जल्दी पूरा कराने के निर्देष दिए है। कार्य पूरा होते ही इस महीने के अंत तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराकर आवासीय स्कूल शुरू कर दिया जाएगा।
जाग्रत महिला संगठन की कार्यकर्ता ग्यारसीबाई सहरिया ने गुरूवार को रामगढ़ छात्रावास को चालू करवाने की मांग रखी जिस पर उन्होंने एडीएम शाहबाद से बात करके बालिका छात्रावास को जल्द चालू करने के निर्देष दिये और एडीएम ने बताया कि बिजली कनेक्षन नही होने के कारण अभी शुरू नही हो पाया है। दो-चार दिन में शुरू
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